सेहत बिगाड़ रही हैं ये 10 आदतें, छोड़ते ही बढ़ जाएगी उम्र

सेहत बिगाड़ रही हैं ये 10 आदतें

आज के दौर में अगर कोई बीमार होता है तो फौरन कह दिया जाता है कि तुम्‍हारा लाइफस्‍टाइल खराब है, बस फिर हम जुट जाते हैं इसे ठीक करने में। 2-3 दिनों की मेहनत के बाद हम दोबारा उसी ढर्रे पर चल पड़ते हैं। दरअसल हम कुछ आदतों के इतनी आदि हो चुके हैं कि वह हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक हैं, ये हमें पता नहीं चलता। इसी का नतीजा बीमार होने के रूप में हमारे सामने आता है। क्‍या आप जानते हैं ऐसी कौन से आदतें है जो आपको नुकसान पहुंचा रही हैं, नहीं, आई जानते हैं-

अकसर लोग ऑफिस की जल्‍दबाजी में ब्रेकफास्‍ट स्किप कर देते हैं। लेकिन सुबह का नाश्ता दिन का सबसे महत्वपूर्ण खाना होता है। हेल्‍दी खाने की कोशिश करें, दिन में 5 से 6 बार स्नेक्स लेते रहें। एक अच्‍छे नाश्‍ते में प्रोटीन का होना अनिवार्य होता है। इस लेख में हम 10 ऐसी आदतों के बारे में जानेंगे जिन्हें छोड़ने से न केवल हमारी सेहत बेहतर होती है, बल्कि हमारा जीवनकाल भी बढ़ सकता है।


1. देर रात तक जागना और नींद की कमी

नींद एक ऐसी क्रिया है जो शरीर को रिपेयर करने, दिमाग को रीफ्रेश करने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करती है। लेकिन जब हम देर रात तक मोबाइल, टीवी या लैपटॉप का उपयोग करते हैं और नींद को नज़रअंदाज़ करते हैं, तो उसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। कम नींद लेने से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जिससे वजन बढ़ना, डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन और थकान जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। साथ ही, नींद की कमी से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता घटती है, जिससे आप बार-बार बीमार पड़ सकते हैं। रिसर्च से भी यह बात सामने आई है कि जो लोग रोजाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद लेते हैं, उनकी उम्र लंबी होती है और वे मानसिक रूप से ज्यादा स्वस्थ रहते हैं। अच्छी नींद लेने के लिए रात को समय पर सोना, स्क्रीन टाइम कम करना और सोने से पहले कैफीन का सेवन न करना जरूरी है। नींद की गुणवत्ता सुधारने से शरीर का हर अंग बेहतर तरीके से काम करता है और उम्र भी बढ़ती है।


2. पर्याप्त पानी न पीना

हमारा शरीर लगभग 60% पानी से बना होता है, इसलिए हाइड्रेशन का शरीर में संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी है। लेकिन आज के समय में अधिकांश लोग काम में व्यस्त रहते हैं और दिनभर में पानी पीने पर ध्यान नहीं देते। प्यास लगने पर ही पानी पीना एक गलत आदत है। इससे शरीर में धीरे-धीरे डिहाइड्रेशन हो सकता है, जिससे थकान, सिर दर्द, स्किन ड्राईनेस, कब्ज, यूरिन इंफेक्शन और यहां तक कि किडनी स्टोन जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। जब शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिलता, तो टॉक्सिन बाहर नहीं निकल पाते और यह आंतरिक अंगों पर असर डालते हैं। लंबे समय तक पानी की कमी से उम्र भी कम हो सकती है क्योंकि इससे सेल डैमेज और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ता है। दिनभर में कम से कम 8–10 गिलास (2–3 लीटर) पानी पीना चाहिए, और गर्मी के मौसम या अधिक पसीना आने की स्थिति में यह मात्रा और भी बढ़ानी चाहिए। सुबह उठकर गुनगुना पानी पीने से पाचन सही रहता है और मेटाबॉलिज्म तेज़ होता है। पर्याप्त पानी पीने की आदत न केवल शरीर को स्वस्थ रखती है, बल्कि स्किन ग्लो भी करती है और उम्र बढ़ती है।


3. प्रोसेस्ड और जंक फूड खाना

आजकल की तेज़ रफ्तार जिंदगी में प्रोसेस्ड फूड और जंक फूड का सेवन आम हो गया है। पिज्जा, बर्गर, फ्रेंच फ्राइज, पैकेज्ड स्नैक्स, इंस्टेंट नूडल्स और कोल्ड ड्रिंक्स खाने में भले ही स्वादिष्ट लगें, लेकिन ये आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हैं। इन खाद्य पदार्थों में ट्रांस फैट, शुगर, नमक और प्रिज़रवेटिव्स की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में सूजन (inflammation) पैदा करते हैं और दिल, लीवर, किडनी व मस्तिष्क पर बुरा असर डालते हैं। जंक फूड से मोटापा बढ़ता है, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल असंतुलित होता है, और टाइप-2 डायबिटीज का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। लंबे समय तक जंक फूड का सेवन करने से उम्र समय से पहले ढलने लगती है और स्किन पर झुर्रियां आ जाती हैं। अगर आप सच में सेहतमंद और लंबा जीवन चाहते हैं तो इन खाद्य पदार्थों से दूरी बनाएं। इनके स्थान पर घर का बना ताजा भोजन, फल, सब्जियां, साबुत अनाज, नट्स और दालों का सेवन करें। इससे न सिर्फ आपकी ऊर्जा बढ़ेगी बल्कि रोगों से लड़ने की क्षमता भी विकसित होगी।


4. लगातार बैठे रहना (बैठने की जीवनशैली)

वर्तमान समय में अधिकतर लोग ऐसी जॉब्स में हैं जहां उन्हें घंटों बैठकर कंप्यूटर पर काम करना होता है। लगातार बैठे रहने की आदत को “नया स्मोकिंग” कहा जा रहा है, क्योंकि यह सेहत पर उतना ही बुरा असर डालती है जितना धूम्रपान। एक ही जगह घंटों बैठे रहने से ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है, मेटाबॉलिज्म सुस्त हो जाता है और फैट शरीर में जमा होने लगता है। इससे मोटापा, टाइप-2 डायबिटीज, हार्ट डिजीज और यहां तक कि कैंसर तक का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, यह कमर और गर्दन के दर्द का भी प्रमुख कारण बनती है। इस आदत को सुधारने के लिए जरूरी है कि हर 30–40 मिनट में थोड़ी देर के लिए खड़े हों, कुछ मिनट वॉक करें या स्ट्रेचिंग करें। अगर संभव हो तो स्टैंडिंग डेस्क का उपयोग करें। इसके अलावा, दिन में कम से कम 30 मिनट वर्कआउट, योग या तेज़ वॉक जरूर करें। सक्रिय रहना न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए, बल्कि मानसिक ताजगी और लंबी उम्र के लिए भी जरूरी है।


5. लगातार तनाव में रहना

तनाव यानी स्ट्रेस एक ऐसी अदृश्य बीमारी है जो अंदर ही अंदर शरीर को खोखला कर देती है। हम सभी के जीवन में परेशानियां होती हैं, लेकिन जब व्यक्ति हर बात को लेकर तनाव लेने लगता है और उस तनाव से बाहर नहीं निकल पाता, तो यह शरीर पर नकारात्मक असर डालता है। लगातार तनाव में रहने से शरीर में ‘कॉर्टिसोल’ नामक हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल असंतुलित हो सकते हैं। साथ ही, तनाव से नींद की गुणवत्ता प्रभावित होती है, बाल झड़ते हैं, इम्यून सिस्टम कमजोर होता है और व्यक्ति जल्दी थका हुआ महसूस करता है। अध्ययनों से यह भी साबित हुआ है कि जो लोग तनाव में रहते हैं, उनकी उम्र कम होती है। तनाव को कम करने के लिए ध्यान (meditation), प्राणायाम, गहरी सांस लेने की तकनीकें और समय-समय पर ब्रेक लेना जरूरी है। इसके अलावा, सकारात्मक सोच और अच्छे लोगों की संगति भी तनाव को काफी हद तक कम कर सकती है। यदि तनाव अधिक हो, तो काउंसलिंग या चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।

6. धूम्रपान और शराब का सेवन

धूम्रपान और शराब का सेवन हमारे शरीर के लिए ज़हर के समान है। सिगरेट और तंबाकू में मौजूद निकोटिन न केवल फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि दिल, ब्रेन और खून की नसों पर भी बुरा असर डालता है। यह आदत शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति को बाधित करती है और कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है, जिससे उम्र जल्दी ढलने लगती है। वहीं, शराब का सेवन लिवर पर सबसे ज्यादा असर करता है। लिवर फैटी हो जाता है, जिससे सिरोसिस, पाचन समस्याएं, हार्मोनल असंतुलन और इम्यून सिस्टम की कमजोरी हो सकती है। धूम्रपान से मुंह और फेफड़ों का कैंसर होने का खतरा बढ़ता है, जबकि शराब के सेवन से लीवर कैंसर और हृदय संबंधी बीमारियां जन्म लेती हैं। इसके अलावा ये दोनों आदतें मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डालती हैं – जैसे चिड़चिड़ापन, डिप्रेशन, नींद की समस्या आदि। इन आदतों को छोड़ने से न केवल आपके शरीर की रिकवरी शुरू होती है, बल्कि आपकी उम्र भी बढ़ती है। अगर इन्हें छोड़ना कठिन लगे तो विशेषज्ञों या नशा मुक्ति केंद्रों से सहायता लें। ये आदतें जितनी जल्दी छोड़ी जाएं, उतना ही बेहतर भविष्य आपका इंतजार कर रहा है।


7. बिना भूख के बार-बार खाना

कई लोग दिनभर कुछ न कुछ खाते रहते हैं, चाहे उन्हें भूख लगी हो या नहीं। यह आदत खासतौर पर टीवी देखते हुए, बोरियत में या स्ट्रेस में विकसित हो जाती है। बार-बार स्नैकिंग करने से शरीर में अनावश्यक कैलोरीज जमा होती हैं और मोटापा तेजी से बढ़ता है। इसके अलावा, लगातार खाने से पाचन तंत्र को भी लगातार काम करना पड़ता है, जिससे गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं। जो लोग हर थोड़ी देर में कुछ खाते हैं, उनका मेटाबॉलिज्म असंतुलित हो जाता है और रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) का स्तर बार-बार ऊपर-नीचे होता रहता है। यह स्थिति आगे चलकर टाइप-2 डायबिटीज का कारण बन सकती है। इसलिए बिना भूख के खाना छोड़ें और भोजन का एक नियमित समय तय करें। माइडफुल ईटिंग यानी खाने के समय पूरी तरह से खाने पर ध्यान देना जरूरी है। टीवी, मोबाइल या लैपटॉप देखते हुए खाने से बचें। भूख लगने पर ही संतुलित और पोषणयुक्त भोजन करें। इस आदत को सुधारने से न केवल आपका वजन कंट्रोल में रहेगा, बल्कि पाचन बेहतर होगा और उम्र भी लंबी होगी।


8. शारीरिक गतिविधि की कमी

शारीरिक गतिविधि की कमी यानी एक निष्क्रिय जीवनशैली कई गंभीर बीमारियों की जड़ बन सकती है। आज के समय में अधिकांश लोग व्यायाम को नजरअंदाज करते हैं। वे दिनभर ऑफिस या घर में बैठे रहते हैं और शाम को थकान के कारण किसी प्रकार की एक्सरसाइज नहीं करते। यह आदत धीरे-धीरे मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारियां, डायबिटीज, जोड़ों का दर्द और यहां तक कि डिप्रेशन को जन्म देती है। शरीर में जब पर्याप्त शारीरिक गतिविधि नहीं होती, तो मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है और फैट जमा होने लगता है। इससे उम्र से पहले बुढ़ापा आने लगता है और एनर्जी भी कम हो जाती है। एक सक्रिय जीवनशैली अपनाने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और दिमाग तरोताजा रहता है। रोजाना कम से कम 30 मिनट की वॉक, योग, साइक्लिंग या स्ट्रेचिंग जरूरी है। शुरुआत हल्की वॉक से करें और धीरे-धीरे एक्सरसाइज की मात्रा बढ़ाएं। सप्ताह में कम से कम 5 दिन एक्टिव रहने की कोशिश करें। यह न केवल शरीर को फिट रखेगा, बल्कि आपकी उम्र भी स्वाभाविक रूप से बढ़ाएगा।


9. हेल्थ चेकअप को नजरअंदाज करना

हम भारतीयों की एक आम आदत होती है — जब तक शरीर में कोई गंभीर लक्षण न दिखे, तब तक डॉक्टर के पास न जाना। यही कारण है कि कई बार छोटी-छोटी बीमारियां भी बड़ी हो जाती हैं और गंभीर परिणाम लेकर आती हैं। नियमित स्वास्थ्य जांच यानी रूटीन हेल्थ चेकअप से न केवल बीमारियों का समय पर पता चलता है, बल्कि उनका इलाज भी आसान और सस्ता होता है। ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, लिवर फंक्शन, किडनी फंक्शन, थायरॉइड, कोलेस्ट्रॉल प्रोफाइल जैसी जांचें हर 6–12 महीने में कराते रहना चाहिए। इससे शरीर में छिपे रोगों का पहले ही पता लगाया जा सकता है। कई बार कैंसर जैसी बीमारियों का शुरुआती चरण में पता लगना ही जीवन रक्षक साबित होता है। हेल्थ चेकअप को नज़रअंदाज करना उम्र को कम कर सकता है, जबकि नियमित जांचों से न केवल बीमारी रोकी जा सकती है, बल्कि शरीर को समझने और बेहतर लाइफस्टाइल अपनाने का मौका भी मिलता है। इसलिए यह आदत आज ही बदलें और अपने शरीर को समय-समय पर परखते रहें। स्वस्थ शरीर ही लंबी उम्र की कुंजी है।


10. सामाजिक जीवन से दूरी बनाना

हम इंसान सामाजिक प्राणी हैं और हमें मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए एक दूसरे के साथ संवाद की ज़रूरत होती है। लेकिन आजकल सोशल मीडिया के इस दौर में लोग डिजिटल दुनिया में तो जुड़े रहते हैं, पर असली दुनिया में अकेले होते जा रहे हैं। जब व्यक्ति अपने परिवार, दोस्तों या पड़ोसियों से दूर हो जाता है और सामाजिक गतिविधियों में हिस्सा नहीं लेता, तो यह अकेलापन डिप्रेशन, तनाव और भावनात्मक असंतुलन का कारण बन सकता है। मानसिक स्वास्थ्य का सीधा असर शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। रिसर्च बताती है कि जो लोग ज्यादा समय अकेले रहते हैं, उनकी उम्र कम होती है और उनमें दिल की बीमारियों का खतरा अधिक होता है। सामाजिक जुड़ाव व्यक्ति को खुश, ऊर्जावान और आत्मविश्वासी बनाता है। इससे शरीर में ‘हैप्पी हार्मोन’ जैसे सेरोटोनिन और ऑक्सीटोसिन का स्राव होता है, जो तनाव को कम करते हैं। इसलिए सप्ताह में कम से कम एक दिन दोस्तों या परिवार के साथ समय बिताएं, किसी सामाजिक समूह से जुड़ें, और अगर संभव हो तो सामूहिक सेवा कार्यों में भाग लें। समाज से जुड़ाव, लंबी उम्र की गारंटी है।


निष्कर्ष

बुरी आदतें धीरे-धीरे हमारी जिंदगी को चुपचाप खा जाती हैं — हमें पता भी नहीं चलता कि कब ये हमारे स्वास्थ्य, मन, और जीवन पर भारी पड़ने लगती हैं। अच्छी बात यह है कि किसी भी उम्र में बदलाव संभव है। इन 10 आदतों को पहचानकर, उन्हें छोड़कर और उनकी जगह स्वस्थ विकल्प अपनाकर आप अपने जीवन को बेहतर, लंबा और आनंददायक बना सकते हैं। याद रखें — आप जितनी अच्छी आदतें अपनाएंगे, आपकी उम्र उतनी ही बढ़ेगी… और सेहत भी।

डिस्क्लेमर

इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। Dr You भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है

Leave a Comment