मखाना जिसे हिंदी में “फॉक्स नट्स”, संस्कृत में “मधुफल”, और वैज्ञानिक रूप से Euryale ferox कहा जाता है, असल में कमल के बीज होते हैं। ये बीज पानी में उगने वाले पौधे Euryale ferox से प्राप्त होते हैं, जो मुख्य रूप से बिहार, असम, मणिपुर, जापान और चीन में पाए जाते हैं। ये खाने में जितने स्वादिष्ट होते है उतने ही पौष्टिक भी है। मखाने में विटामिन , मिनिरल्स जैस कई पोषक तत्व पाए जाते है जो हमारे शरीर को बेहद फायदे पहुंचाते हैं। मखाने की तासीर ठंडी होती है इसलिए लोग गर्मियों में भी इसे खाना पसंद करते है ।
अक्सर हम अपनी भूख को शांत करने के लिए कुछ भी अनहेल्दी खा लेते हैं और उसके बाद गिल्ट में चले जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मखाने के फायदे (Makhana Khane ke Fayde)
मखाना खाने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं।

• इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्सकाफी कम होता है। इसलिए, डायबिटीज पेशेंट्स के लिए फायदेमंद हैं और इसे अपने नाश्ते जरूर शामिल करना चाहिए। इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
- मखाने में आयरन भरपूर मात्रा में होता है। इसलिए, जिन लोगों को एनीमिया है या अक्सर कमजोरी और थकान महसूस होती है, उनके लिए वरदान है मखाना उन्हें मखाने का सेवन जरूर करना चाहिए।
- मखाना कब्ज को दूर करता है। इसमें मौजूद फाइबर की वजह से, इसके सेवन से पेट आसानी से साफ होता है।
- मखाने में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। ये ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है। इससे शरीर में मौजूद इंफ्लेमेशन कम होता है और जोड़ों के दर्द में भी आराम मिलता है।
- यह इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करता है। इसलिए, पीसीओएस से परेशान महिलाओं को इसका सेवन जरूर करना चाहिए।
- मखाने में डिटॉक्सिफाइंग प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं। इसे खाने से शरीर में मौजूद, टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं और शरीर स्वस्थ रहता है।
- इसमें मौजूद, मैग्नीशियम और पौटेशियम की वजह से, इसे खाने से बीपी कंट्रोल में रहता है। वहीं, इसमें सोडियम कम मात्रा में होता है, जिससे बीपी कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
- अगर आप वेट लॉस की कोशिश कर रही हैं, तो यह हेल्दी स्नैक आपके लिए बेस्ट हो सकता है।
- मखाना एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। यह एजिंग के साइन्स को भी कम करता है।
- प्रेग्नेंसी में खाना खाना भी फायदेमंद माना जाता है।
- मखाना, दिल की सेहत के लिए भी अच्छा होता है।
- इसकी तासीर ठंडी होती है। खासकर, गर्मियों में इसका सेवन फायदेमंद होता है।
- जिन लोगों को गठिया की समस्या है, उन्हें इसे जरूर खाना चाहिए।
- मखाने में प्रोटीन अधिक होता है। इसलिए, इसे खाने के बाद पेट भरा हुआ रहता है और अनहेल्दी क्रेविंग्स नहीं होती हैं।
- मखाने में आइसोक्यूनोलिन एल्केलॉइड होता है। इससे नींद आने में मदद मिलती है और स्ट्रेस भी कम होता है।
- इसमें मौजूद, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुणों के कारण, यह मसूड़ों के लिए भी अच्छा माना जाता है।
मखाने खाने का सही समय (Makhane Khane ka Sahi Samay)

- एक्सपर्ट के मुताबिक, मखाने को किसी भी वक्त खाया जा सकता है।
- इसे खाली पेट खाना भी सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
- अगर आप वेट लॉस की कोशिश कर रही हैं, तो शाम को इसे ग्रीन टी के साथ खाएं।
मखाने के उपयोग (Makhane ka Upyog)
- मखाने को कई तरीकों से डाइट में शामिल किया जा सकता है।
- मखाने को हल्के घी के साथ रोस्ट करके आप इसे शाम के स्नैक के तौर पर खा सकती हैं।
- डिनर में मखाने और पनीर की टिक्की भी वेट लॉस के लिए अच्छी मानी जाती हैं।
मखाना खाने के नुकसान- Makhana Khane Ke Nuksan
पाचन-1
हाई फाइबर कंटेंट के कारण ज्यादा मखाने खाने से ब्लोटिंग, कब्ज या पेट खराब हो सकता है. अगर आपको ब्लोटिंग की समस्या रहती है तो मखाने का ज्यादा सेवन करने से बचें मखाना डाइटरी फाइबर से भरपूर होता है और इसीलिए, जब आप इनका सेवन करते हैं तो आपका पाचन तंत्र बेहतर तरीके से काम करता है। इससे कॉन्स्टिपेशन की समस्या कम होती है।
वजन बढ़ने-2
मखाने को वजन घटाने के लिए अच्छा माना जाता है. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि घी में रोस्ट किए मखाने का जरूरत से ज्यादा सेवन वजन को बढ़ा सकता है वजन बढ़ाने के साथ-साथ वजन घटाने के लिए आप मखाने का सेवन कर सकते हैं। मखाना एक हेल्दी वेट लॉस फूड है। यह क्रेविंग कंट्रोल करने में मदद करता है और देर तक आपका पेट भरा हुआ रखता है। इस तरह कम मात्रा में खाते हैं और अपने वेट को अंडर कंट्रोल रख पाते हैं।
एलर्जी-3
कुछ लोगों को मखाने खाने के बाद चकत्ते, खुजली या सूजन की समस्या हो सकती है. अगर आपको भी ऐसी कोई समस्या हो रही है तो इसका सेवन करने से बचें
ब्लड शुगर-4

अगर आप मखाने को मीठे के साथ मिक्स करके खाते हैं तो ब्लड शुगर का लेवल बढ़ सकता है. इसलिए ब्लड शुगर के मरीजों को ऐसे खाने से बचना चाहिए मखाने का सेवन करने से ब्लड में ग्लूकोज या शुगर का लेवल कम रखने में भी मदद होती है। इससे आपको डायबिटीज मैनेजमेंट में आसानी होती है।
स्किन-5
मखाने की तासीर ठंडी होती है. अगर आप इसका जरूरत से ज्यादा सेवन करते हैं तो स्किन ड्राई हो सकती है
किडनी स्टोन-6
जिन लोगों को किडनी स्टोन की समस्या है उन्हें मखाने का सेवन करने से बचना चाहिए, नहीं तो ये समस्या और बढ़ सकती है.
दस्त-7
जरूरत से ज्यादा मखाने खाने से दस्त की समस्या हो सकती है. अगर आपको भी ऐसी कोई समस्या मखाने खाने के बाद होती है तो इससे बचें.
मखाने की तासीर
मखाना कब नहीं खाना चाहिए?
मखाने और महिलाओं की सेहत
मखाना नाश्ते में क्यों खाएं?
परामर्श
- आप रोज़ 30–40 ग्राम ही खाएँ
- बिना तले, घी में हल्का भुना मखाना लें
- नमक-मसाले कम हों, खासकर BP के मरीज़ों के लिए
- फास्टिंग में खाएं, लेकिन सीमित मात्रा में
- बच्चों को मखाना दें तो तोड़कर दें – पूरा न दें
डिस्क्लेमर
इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। Dr You भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।