दादी की रसोई से डॉक्टर की रिसर्च तक क्या आप जानते हैं सहजन के पत्तों की असली ताकत
From Grandma’s Kitchen to Medical Journals Discover the Real Power of Moringa Leaves
कभी दादी की रसोई में हर बीमारी का इलाज एक पत्ते काढ़े या हल्दी के छींटे में छिपा होता था. उन्हीं देसी नुस्खों में एक नाम था सहजन के पत्ते. ये छोटे छोटे हरे पत्ते जितने साधारण दिखते हैं उतनी ही असाधारण इनकी ताकत है.
आज विज्ञान भी मान चुका है कि Moringa Leaves में 90 से ज़्यादा पोषक तत्व होते हैं. जो पत्तियाँ बचपन में भाजी के रूप में हमारी थाली में रख दी जाती थीं वो असल में ग्रीन गोल्ड हैं.
अब सहजन सिर्फ गांवों तक सीमित नहीं बल्कि हेल्थ एक्सपर्ट्स की चार्ट न्यूट्रिशनिस्ट्स की लिस्ट और मेडिकल रिसर्च पेपर्स में भी जगह बना चुका है.
तो आइए जानते हैं.
क्यों सहजन के पत्ते कहलाते हैं देसी सुपरफूड
क्या सहजन आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकता है
इसमें मौजूद विटामिन C बीटा कैरोटीन और आयरन इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाते हैं.
क्या डायबिटीज के लिए सहजन वाकई फायदेमंद है.
सहजन में मौजूद Isothiocyanates तत्व ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है. यह डायबिटिक मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं.
क्या सहजन दिल और बीपी के लिए सुरक्षित है.
इसमें पोटैशियम और मैग्नीशियम होते हैं. जो हार्ट हेल्थ को बेहतर और ब्लड प्रेशर को बैलेंस रखते हैं.
प्रमुख पोषक तत्व (Per 100 ग्राम सहजन के पत्ते – ताजे)

पोषक तत्व | मात्रा |
---|---|
ऊर्जा | 64 कैलोरी |
प्रोटीन | 9.4 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 8.3 ग्राम |
फाइबर | 2 ग्राम |
वसा | 1.4 ग्राम |
कैल्शियम | 185 मिलीग्राम |
आयरन (लोहा) | 4 मिलीग्राम |
पोटैशियम | 337 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम | 42 मिलीग्राम |
विटामिन A (बेटा कैरोटीन) | 7564 IU |
विटामिन C | 51.7 मिलीग्राम |
विटामिन E | 448 मिग्रा (Antioxidant rich) |
जिंक, फॉस्फोरस | थोड़ी मात्रा में |
क्या सहजन मानसिक तनाव और मूड स्विंग्स में राहत देता है.

सहजन में पाया जाने वाला Tryptophan नामक अमीनो एसिड शरीर में सेरोटोनिन Happy Hormone बढ़ाता है. जिससे मूड अच्छा रहता है.
क्या ये पत्ते आयरन की कमी पूरी कर सकते हैं.
जी हां. पालक से अधिक आयरन होने के कारण यह महिलाओं में एनीमिया के लिए बहुत फायदेमंद है.
क्या जोड़ों के दर्द में सहजन मदद कर सकता है

कैल्शियम और फॉस्फोरस की मौजूदगी इसे हड्डियों के लिए टॉनिक बना देती है.
क्या सहजन शरीर को डिटॉक्स करता है.
सहजन लिवर को क्लीन करता है. जिससे शरीर विषैले तत्वों से मुक्त होता है और त्वचा में निखार आता है
क्या यह बालों और स्किन के लिए रामबाण है.

विटामिन E और Zinc बालों की ग्रोथ बढ़ाते हैं. और स्किन पर होने वाले पिंपल्स को कम करते हैं.
आप सहजन के पत्तों को डेली डाइट में कैसे शामिल कर सकते हैं.
सब्जी या सूप हफ्ते में दो से तीन बार. जूस सुबह खाली पेट हल्का उबालकर. पाउडर एक टीस्पून शहद या गुनगुने पानी के साथ. हर्बल चाय सूखे पत्तों से बनी डिटॉक्स के लिए उत्तम
आयुर्वेद और डॉक्टर क्या कहते हैं सहजन के बारे में
आयुर्वेद में इसे शिग्रु नाम से जाना जाता है. यह वात पित्त कफ संतुलन में मदद करता है.
मेडिकल साइंस में WHO इसे Tree of Life कहता है. Harvard University जैसे संस्थानों ने इसे Worlds Most Nutritious Plant करार दिया है
डॉक्टरों की सलाह

गर्भवती महिलाएं डॉक्टर से सलाह लें. थायरॉइड या हाई बीपी की दवाएं लेने वाले लोग संयम बरतें. मात्रा की सलाह. एक कप जूस या पांच से दस ग्राम पाउडर प्रतिदिन पर्याप्त है.
सहजन का सेवन करते समय क्या सावधानियां रखें
अधिक मात्रा से पेट दर्द या लूज मोशन हो सकता है. बिना धोए कच्चे पत्ते खाने से बचें. लंबे समय तक हाई डोज से थायरॉइड प्रभावित हो सकता है. बच्चों को सीमित मात्रा में ही दें
निष्कर्ष
क्या आपने सहजन को अपनी लाइफस्टाइल में जगह दी है.
सहजन के पत्ते वो देसी सुपरफूड हैं जिन्हें सालों तक नजरअंदाज़ किया गया. लेकिन अब समय आ गया है कि हम इसे दोबारा अपनाएं.
यह शरीर को डिटॉक्स करता है. इम्यूनिटी बढ़ाता है. बालों और स्किन को हेल्दी बनाता है. और बिना सप्लिमेंट्स के ही आपको फिट और एक्टिव बनाए रखता है.
सहजन अपनाइए. सेहत से दोस्ती निभाइए.
डिस्क्लेमर
इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। Dr You भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है