अमिताभ बच्चन की फिटनेस का राज क्यों नहीं खाते बर्गर और पिज्जा


भूमिका 80 पार और अब भी सबसे फिट

भारतीय फिल्म जगत में कुछ नाम समय से ऊपर उठ जाते हैं। ऐसे ही हैं अमिताभ बच्चन, जिन्हें लोग प्यार से “बिग बी” या “शहंशाह” कहते हैं। 80 वर्ष की उम्र पार कर लेने के बाद भी उनकी फिटनेस, मानसिक सक्रियता और अनुशासित जीवनशैली आज के युवाओं के लिए भी प्रेरणा है।

बिग बी अक्सर अपने डेली ब्लॉग, सोशल मीडिया पोस्ट और इंटरव्यू के ज़रिए अपने व्यक्तिगत जीवन, स्वास्थ्य और सोच को साझा करते हैं। हाल ही में एक KBC एपिसोड में जब विक्की कौशल ने बर्गर-पिज्जा से वजन घटाने की बात कही तो उन्होंने चौंकते हुए कहा – “ये तो उल्टी बात हो गई!” यह प्रतिक्रिया उनके फूड फंडे को बहुत अच्छे से दर्शाती है।

तो आइए जानते हैं कि अमिताभ बच्चन बर्गर जैसे जंक फूड के बारे में क्या सोचते हैं, उनका डाइट प्लान, और फिटनेस का राज क्या है।


1. शुद्ध शाकाहारी – खाने में स्वाद से ज़्यादा संतुलन जरूरी

अमिताभ बच्चन आज पूरी तरह से शाकाहारी हैं।
एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि उन्होंने मीट, चावल, मीठा, और पान जैसे खाद्य पदार्थ पूरी तरह से छोड़ दिए हैं
उनके आहार का फोकस है –

  • हल्का, सुपाच्य भोजन
  • सीमित मात्रा
  • नियमितता

सुबह का नाश्ता

  • स्क्रैम्बल एग (कभी-कभी),
  • बिना मसाले की सब्ज़ी,
  • तुलसी और आंवले का रस,
  • नारियल पानी या गुनगुना नींबू पानी

दोपहर का भोजन

  • दाल, हरी सब्ज़ी, चपाती
  • कोई तला हुआ या अत्यधिक मसालेदार भोजन नहीं

रात का खाना:

  • हल्की सब्ज़ी या सूप
  • जल्दी डिनर (7 से पहले)

उनकी सोच साफ है – “खाने को दवा बनाओ, वरना दवा को खाना बनाना पड़ेगा।”


2. बर्गर और जंक फूड बिग बी की नजर में एक खतरनाक आदत

KBC के एक एपिसोड में विक्की कौशल ने कहा –

“मैं बर्गर और पिज्जा खाकर भी वजन कम कर सकता हूं।”

इस पर बिग बी ने मुस्कराते हुए लेकिन चौंक कर कहा:

“ये तो उल्टी बात हो गई!”

यह मजाकिया जवाब था, लेकिन उसमें छुपा था गंभीर संदेश

जंक फूड पर उनका दृष्टिकोण

  • बर्गर, पिज्जा, फ्रेंच फ्राइज़ जैसे फूड आइटम्स शरीर के लिए अनावश्यक वसा, ट्रांस फैट और रसायनों से भरे होते हैं।
  • बिग बी मानते हैं कि ऐसा खाना तुरंत स्वाद तो देता है, लेकिन शरीर को दीर्घकालिक नुकसान पहुंचाता है।
  • वो खुद ज्यादा तेल, मसाले, प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाए रखते हैं।

3. नियमित व्यायाम और अनुशासित जीवन – उम्र सिर्फ एक नंबर

अमिताभ बच्चन ने अपनी जीवनशैली को फिट और व्यवस्थित बनाए रखने के लिए हर दिन एक तयशुदा समय पर व्यायाम को शामिल किया है।

उनकी फिटनेस रूटीन

  • हल्का कार्डियो
  • ब्रिस्क वॉक (सुबह और शाम)
  • योग और प्राणायाम
  • स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़
  • हाई प्रोटीन, लो फैट डाइट

नींद और मानसिक विश्राम को भी वो उतना ही महत्व देते हैं जितना व्यायाम को।


4. मानसिक अनुशासन ब्लॉगिंग, पढ़ना और ध्यान

बिग बी रोज़ाना ब्लॉग लिखते हैं।

  • वो नई चीजें सीखने, पढ़ने और समझने में रुचि रखते हैं।
  • उनका मानना है कि मानसिक स्वास्थ्य भी शारीरिक स्वास्थ्य जितना ही जरूरी है।

उनकी सोच का मूल मंत्र है:

“Mind active rahe toh body bhi saath deti hai.”


5. अमिताभ बच्चन के प्रमुख स्वास्थ्य-सिद्धांत

सिद्धांतविवरण
संतुलित भोजनसीमित मात्रा, शुद्ध, ताजा खाना
नियमिततातय समय पर सोना-जगना, खाना-पीना
एक्सरसाइज़उम्र के अनुसार फिटनेस रूटीन
स्क्रीन डिटॉक्ससोशल मीडिया का सीमित प्रयोग, किताबों को प्राथमिकता
आत्म-नियंत्रणबर्गर-पिज़्ज़ा जैसे जंक फूड से परहेज

6. गंभीर बीमारियों से लड़कर जीवन जीने की प्रेरणा

1982 में “कुली” फिल्म की शूटिंग के दौरान उन्हें जानलेवा चोट लगी थी।
इसके बाद उनका जीवन और स्वास्थ्य दोनों कठिन मोड़ पर आए।

  • उन्होंने 2000 के बाद कई बार लीवर, स्पाइनल और मस्कुलर समस्याओं का सामना किया।
  • डॉक्टरों की सलाह के बावजूद, उन्होंने संयम, दवा, और जीवनशैली में बदलाव के ज़रिए खुद को फिर से खड़ा किया।

7. समाज के लिए संदेश सेलिब्रिटी होने की जिम्मेदारी

बिग बी अपनी पब्लिक छवि का उपयोग लोगों को जागरूक करने में करते हैं।

  • वे पोलियो, टीबी, कोविड वैक्सीनेशन जैसे अभियानों के ब्रांड एंबेसडर रहे हैं।
  • वे अक्सर कहते हैं:

“एक व्यक्ति के अच्छे स्वास्थ्य से एक परिवार स्वस्थ होता है, और एक स्वस्थ परिवार से समाज।”


8. बच्चों और युवाओं को सलाह: खाना सोच-समझ कर चुनो

बिग बी युवाओं को जंक फूड के बारे में स्पष्ट चेतावनी देते हैं।

“जो दिखने में सुंदर हो, जरूरी नहीं कि वो शरीर को पोषण भी दे।”

बर्गर-पिज्जा-कोल्ड ड्रिंक जैसी आदतें जल्दी डायबिटीज, मोटापा, हार्ट डिज़ीज़ और गैस्ट्रिक कैंसर का कारण बन सकती हैं।


निष्कर्ष बर्गर नहीं, विचार बदलो – अमिताभ बच्चन से सीख

Amitabh Bachchan न सिर्फ भारत के सबसे बड़े फिल्म कलाकार हैं, बल्कि वे एक “जीवंत उदाहरण हैं कि अनुशासन, संयम और आत्म-संयम से जीवन को कैसे लंबा, स्वस्थ और ऊर्जावान बनाया जा सकता है।

डिस्क्लेमर

इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। Dr You भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।

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