सोशल मीडिया हो या आयुर्वेद – हर जगह ट्रेंड में है गुड़हल (Why Hibiscus Is Everywhere – From Reels to Remedies)
मानसून आते ही क्यों झड़ने लगते हैं बाल
बारिश के मौसम में वातावरण की नमी और स्कैल्प पर जमा पसीना, धूल और फंगस बालों की जड़ों को कमजोर बना देता है। ऊपर से गीले बालों की केयर में लापरवाही हेयर फॉल को और बढ़ा देती है।
गुड़हल: सोशल मीडिया पर क्यों छा गया है ये फूल

Instagram, YouTube और Reels पर #HibiscusHairOil जैसे हैशटैग तेजी से वायरल हो रहे हैं। DIY हेयर मास्क, हर्बल ऑयल और होम रेमेडीज में गुड़हल को मुख्य सामग्री के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।
क्योंकि ये सिर्फ सुंदर फूल नहीं, बल्कि आयुर्वेदिक औषधीय गुणों से भरपूर है।
गुड़हल क्या करता है बालों के लिए?
- हेयर ग्रोथ को तेज करता है
- डैंड्रफ और खुजली से राहत देता है
- स्कैल्प की सूजन कम करता है
- बालों को जड़ों से मज़बूत करता है
- बालों में नैचुरल चमक लाता है
Researched Fact: NCBI और आयुर्वेदिक फार्माकोपिया के अनुसार, गुड़हल के फूलों में म्यूसीलेज और फ्लावोनोइड्स पाए जाते हैं, जो स्कैल्प को शांत करते हैं और फॉलिकल्स को एक्टिव करते हैं।
गुड़हल और आयुर्वेद: 5000 साल पुरानी चिकित्सा पद्धति में इसका महत्व

गुड़हल का उल्लेख आयुर्वेद में त्रिदोष शमन औषधि के रूप में होता है – यानी यह वात, पित्त और कफ तीनों दोषों को संतुलित करता है। यह पाचन शक्ति बढ़ाने, रक्त को शुद्ध करने, मूत्र विकार दूर करने और बुखार में राहत देने में सहायक है। इसके फूल, पत्ते और जड़ तीनों औषधीय दृष्टि से उपयोगी हैं।
आयुर्वेद में गुड़हल का उपयोग महिलाओं की मासिक धर्म संबंधी समस्याओं में भी होता है। यह शरीर को ठंडक देता है और मानसिक शांति प्रदान करता है। इसे शुद्ध करने के बाद चूर्ण, अर्क या काढ़ा बनाकर उपयोग में लाया जाता है। आयुर्वेद के जानकार इसे ‘नारी सुलभ औषधि’ कहते हैं।
स्किन के लिए गुड़हल: चमकदार त्वचा का राज

गुड़हल में पाए जाने वाले अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड्स (AHA) त्वचा की डेड स्किन हटाने और नई कोशिकाओं को बनने में मदद करते हैं। इससे त्वचा साफ, ग्लोइंग और जवां दिखती है। यही कारण है कि कई इंस्टाग्राम वीडियो में लोग गुड़हल से फेस मास्क, स्क्रब और टोनर बनाते दिखते हैं।
गुड़हल के फूल से बना फेसपैक स्किन की पिगमेंटेशन और दाग-धब्बों को कम करता है। इसमें मौजूद एंटी-एजिंग गुण झुर्रियों और फाइन लाइन्स को कम करने में भी मदद करते हैं। इसे एलोवेरा जेल या शहद के साथ मिलाकर त्वचा पर लगाया जाए तो यह नैचुरल ग्लो देता है।
घर पर बनाएं गुड़हल का हेयर ऑयल – सिंपल रेसिपी

सामग्री
- 7-8 गुड़हल के फूल
- 5 गुड़हल की पत्तियां
- 200 ml नारियल या तिल का तेल
- 1 चम्मच मेथी दाना
- कुछ करी पत्ते ज़रूरी नहीं लेकिन उपयोगी
विधि
- सभी फूल और पत्तियों को धोकर सुखा लें।
- तेल गरम करें और उसमें सारी सामग्री डालें।
- धीमी आंच पर 5-7 मिनट तक पकाएं।
- ठंडा कर छान लें और कांच की शीशी में स्टोर करें।
कैसे करें इस्तेमाल
- हफ्ते में 2 बार रात में स्कैल्प पर अच्छी तरह मसाज करें।
- 30 मिनट से 1 घंटे तक छोड़ें या ओवरनाइट रखें।
- हर्बल शैंपू से धो लें।
एक्सपर्ट की राय
गुड़हल के फूल बालों के लिए नेचुरल रिवाइवल एजेंट की तरह काम करते हैं। नियमित इस्तेमाल से हेयर फॉल 60% तक कम हो सकता है।
“बारिश के मौसम में स्कैल्प इन्फेक्शन बहुत बढ़ता है। गुड़हल में एंटीफंगल और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो बालों को प्रोटेक्ट करते हैं।
सावधानी
- बहुत गर्म तेल न लगाएं
- पहले पैच टेस्ट करें
- नियमितता बनाए रखें – तभी असर दिखेगा
- एलर्जी होने पर उपयोग बंद करें
निष्कर्ष
गुड़हल अब सिर्फ गार्डन का फूल नहीं रहा, बल्कि आपके बालों का रक्षक बन गया है। चाहे आप इंस्टा रील्स देख रहे हों या आयुर्वेद पढ़ रहे हों – हर जगह इसकी गूंज है। तो इस बार मानसून में बाल झड़ने से पहले गुड़हल वाला तेल आज़माइए – और फर्क खुद महसूस कीजिए
डिस्क्लेमर
इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। डॉक्टर यू किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।
