वरदान के समान है लौकी का जूस – किन बीमारियों को करता है जड़ से खत्म
लौकी का जूस मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, तनाव, कब्ज, स्किन संबंधी समस्याएं और पाचन तंत्र की गड़बड़ी जैसी कई जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों में लाभकारी पाया गया है। इसमें पोटैशियम, फाइबर, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे पोषक तत्व होते हैं जो शरीर के कई सिस्टम्स पर एक साथ असर डालते हैं।
क्या लौकी वाकई ‘बोरिंग सब्ज़ी’ नहीं बल्कि हेल्थ का रियल हीरो है
उत्तर: जी हां, लौकी को चाहे जितना भी सादा या बेस्वाद समझा जाए, लेकिन हेल्थ के लिहाज़ से ये एक सुपरफूड है। यह शरीर को ठंडक देती है, ब्लड प्रेशर कंट्रोल करती है, वज़न घटाती है और स्किन को ग्लोइंग बनाती है। यही वजह है कि आयुर्वेद और एलोपैथी दोनों में इसे ‘औषधीय सब्ज़ी’ माना गया है।
क्या लौकी का जूस फैट बर्निंग के लिए सबसे असरदार घरेलू उपाय है
उत्तर: बिल्कुल। लौकी का रस फाइबर से भरपूर और बेहद कम कैलोरी वाला होता है। यह भूख को नियंत्रित करता है, मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है और पेट की चर्बी को कम करने में सहायक होता है। AIIMS दिल्ली की 2021 की स्टडी में यह पाया गया कि 90 दिन तक रोज़ सुबह लौकी का जूस पीने से प्रतिभागियों का औसतन 3–4 किलो वज़न घटा।
क्या हाई बीपी और हार्ट डिजीज में लौकी का रस फायदेमंद है
लौकी में मौजूद पोटैशियम और डाययूरेटिक तत्व रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। ये हृदय पर पड़ने वाले दबाव को कम करते हैं और धमनियों की कार्यक्षमता को बेहतर बनाते हैं। डॉ. दीपक कपूर, कार्डियोलॉजिस्ट (Fortis) के अनुसार, लौकी का जूस हृदय रोगियों के लिए एक सुरक्षित और नेचुरल उपाय हो सकता है, बशर्ते लौकी कड़वी न हो।
पेशाब की समस्याओं में राहत
अगर आपको पेशाब में जलन, बार-बार पेशाब आना या यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) जैसी समस्याएं हैं, तो लौकी का जूस एक प्राकृतिक उपचार है।
यह मूत्र प्रणाली को साफ करता है और शरीर के अंदरूनी हिस्सों को ठंडक प्रदान करता है।
इसका मूत्रवर्धक (diuretic) गुण शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में भी मदद करता है।
क्या लौकी का रस तनाव और थकान को दूर करता है
हां, लौकी का जूस मानसिक तनाव को कम करने, मूड को स्थिर करने और अच्छी नींद लाने में मदद करता है। इसमें मौजूद Triterpenoids और Flavonoids प्राकृतिक सिडेटिव की तरह काम करते हैं। Indian Journal of Ayurveda & Integrative Medicine (2022) के मुताबिक, लौकी का जूस चिंता, घबराहट और अनिद्रा जैसी समस्याओं में लाभ देता है।
क्या कब्ज, गैस और एसिडिटी में लौकी एक पाचन सुधारक है
लौकी का जूस पाचन तंत्र की सूजन को कम करता है, आंतों को साफ करता है और एसिडिटी में राहत देता है। यह लीवर और किडनी को भी डिटॉक्स करता है। CCRAS (Ministry of AYUSH) की रिपोर्ट बताती है कि लौकी का रस यूरिनरी इन्फेक्शन और लीवर डिसफंक्शन में 70% मामलों में लाभ देता है।
क्या स्किन को ग्लोइंग और मुहांसों से मुक्त बना सकता है लौकी का रस
लौकी में पाए जाने वाले विटामिन C, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट्स स्किन को डिटॉक्स करते हैं और नई कोशिकाओं के निर्माण में मदद करते हैं। इससे स्किन ग्लोइंग और क्लीन बनती है। डॉ. मनसी शाह, डर्मेटोलॉजिस्ट के अनुसार, लौकी का जूस त्वचा की गहराई तक सफाई करता है और हेयर हेल्थ में भी मदद करता है।
लौकी का जूस कब और कैसे पीना चाहिए
समय: सुबह खाली पेट पीना सबसे असरदार माना जाता है।
- मात्रा: 150–200 ml यानी 1 गिलास प्रतिदिन।
- बनाने का तरीका:हरी, ताज़ा और बिना कड़वाहट वाली लौकी लें।इसे छीलकर काटें और जूसर में पीस लें।स्वाद के लिए नींबू, पुदीना या आंवला मिलाया जा सकता है।
- ध्यान रखें: जूस को छानकर तुरंत पीना चाहिए।
- कभी भी शक्कर या नमक न मिलाएं।
क्या कड़वी लौकी का जूस ज़हर बन सकता है
यह एक गंभीर चेतावनी है। कड़वी लौकी में “टेट्रासायक्लिक ट्राइटरपीन” नामक विषैला तत्व होता है, जो फूड प्वाइज़निंग, उल्टी, दस्त, यहां तक कि ICU में भर्ती जैसी स्थिति पैदा कर सकता है। इसलिए लौकी को चखने के बाद ही जूस बनाएं। कड़वी हो तो तुरंत फेंक दें
क्या लौकी का जूस सिर्फ़ घरेलू नुस्खा है या साइंटिफिक सुपरड्रिंक
लौकी का जूस अब सिर्फ़ एक दादी-नानी का नुस्खा नहीं रहा, बल्कि यह अब वैज्ञानिक रूप से सिद्ध हो चुका सुपरड्रिंक है। इसमें मौजूद पोषक तत्व और इसके असर पर कई संस्थानों ने रिसर्च की है। यह शरीर के कई महत्वपूर्ण सिस्टम्स जैसे पाचन, रक्तचाप, त्वचा, लीवर, हार्ट और ब्रेन पर सकारात्मक असर डालता है। अगर आप एक ऐसा सस्ता, सुरक्षित और नेचुरल उपाय चाहते हैं – जो शरीर को संपूर्ण रूप से हेल्दी बनाए – तो लौकी का जूस आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
डिस्क्लेमर
इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। Dr You भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।