गर्भावस्था सिर्फ एक नई ज़िंदगी को जन्म देने का समय नहीं, बल्कि मां के शरीर की सबसे बड़ी परीक्षा होती है। इस दौरान शरीर को न केवल अपना ख्याल रखना होता है, बल्कि एक नए जीवन की नींव भी मजबूत करनी होती है — और इसके लिए मजबूत हड्डियां बेहद ज़रूरी हैं। गर्भावस्था के दौरान, विशेष रूप से तीसरे माह में पर्याप्त कैल्शियम नहीं मिलता है जो आपका शिशु आपके हड्डियों से लेता हैं जिससे आपके ऊपर बुरा असर पड़ता हैं
क्या आपको पता है आपको कितने कैल्शियम की आवश्यकता है Did You Know This About Pregnancy and Calcium
प्रेगनेंसी में अगर कैल्शियम की मात्रा कम हो जाए, तो शरीर भ्रूण की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए मां की हड्डियों से कैल्शियम खींचने लगता है — जिससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और भविष्य में ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है। 19 से 50 की आयु की महिलाओं के लिए 1000मिलीग्राम रोज़ और किशोरियों या 51की आयु वालों के लिए 1300मिलीग्राम प्रतिदिन।
आमतौर पर वयस्क महिलाओं को प्रतिदिन लगभग 600 मिलीग्राम कैल्शियम की आवश्यकता होती है, लेकिन गर्भावस्था में यह बढ़कर 1200 मिलीग्राम प्रतिदिन तक पहुंच जाती है।
डॉक्टरों की सलाह के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को कैल्शियम को दिन में दो हिस्सों में बांटकर लेना चाहिए – जैसे सुबह और शाम – ताकि शरीर इसे बेहतर तरीके से अवशोषित कर सके और एक साथ अधिक मात्रा लेने से बचा जा सके।
प्रेगनेंसी में कैल्शियम क्यों है ज़रूरी Why Calcium Matters So Much During Pregnancy

गर्भावस्था के दौरान शिशु की हड्डियों और दांतों के विकास के लिए मां के शरीर को अतिरिक्त कैल्शियम सपोर्ट की ज़रूरत होती है।
हालांकि शिशु की हड्डियाँ जन्म के समय पूरी तरह कठोर (कैल्सिफाइड) नहीं होतीं, फिर भी उसके विकास के लिए लगभग 30 ग्राम कैल्शियम की आवश्यकता होती है – जो मां के शरीर से ही प्राप्त होता है।
यही वजह है कि मां के लिए पर्याप्त कैल्शियम लेना सिर्फ शिशु की हड्डियों और दांतों के लिए ही नहीं, बल्कि अपने खुद के शरीर को स्तनपान के समय होने वाली अतिरिक्त कैल्शियम मांग के लिए तैयार करने के लिए भी जरूरी है। यदि मां के शरीर में कैल्शियम की कमी होगी, तो यह उसकी खुद की हड्डियों से खिंचकर लिया जाएगा – जिससे हड्डियों के कमजोर होने का खतरा बढ़ जाता है।
इसलिए गर्भावस्था के दौरान कैल्शियम को सिर्फ एक पोषक तत्व नहीं, बल्कि एक ज़रूरी इंवेस्टमेंट मानें – अपने और अपने बच्चे के हेल्दी भविष्य के लिए।
क्यों चहिए एक मां को कैल्शियम
- बच्चे की हड्डियों और दांतों के विकास के लिए
- मांसपेशियों और नर्वस सिस्टम की सेहत के लिए
- दिल की सही कार्यप्रणाली के लिए
- मां के शरीर को बदलते वजन और हार्मोनल बदलावों से संतुलन देने के लिए
क्या अकेला कैल्शियम काफी है Is Calcium Alone Enough for Bone Health

कैल्शियम तभी प्रभावी होता है जब उसे सही पोषक तत्वों का साथ मिले। आइए जानें वो कौन हैं
कैल्शियम के साथी: मजबूत हड्डियों के असली हीरो
Essential Nutrients That Work With Calcium
फॉस्फोरस – कैल्शियम का ट्रांसपोर्टर
Phosphorus – The Transport Partner of Calcium
- यह मिनरल कैल्शियम के साथ मिलकर मजबूत हड्डियों और दांतों की संरचना बनाता है।
- स्रोत: दूध, दही, मछली, अंडा, सोयाबीन, बींस
विटामिन D – कैल्शियम का बॉडीगार्ड
Vitamin D – The Bodyguard of Calcium - शरीर में कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है।
- स्रोत: सुबह की हल्की धूप, उबला अंडा, मशरूम, फोर्टिफाइड दूध, सप्लीमेंट्स
मैग्नीशियम – हड्डियों का संतुलन बनाए रखने वाला
Magnesium – The Bone Balancer - यह मिनरल हड्डियों की संरचना को स्थिर बनाता है और हार्मोनल संतुलन में मदद करता है।
- स्रोत: साबुत अनाज, नट्स, बींस, हरी पत्तेदार सब्जियां
प्रेगनेंसी में हड्डियों को मजबूत बनाए रखने का मंत्र Bone Care Routine During Pregnancy

- 🔸 हर दिन 15–20 मिनट हल्की धूप लें – सुबह 8 से 10 बजे तक
- 🔸 प्रेगनेंसी योग या हल्की वॉकिंग करें – डॉक्टर की सलाह से
- 🔸 कैल्शियम युक्त आहार लें:डेयरी विकल्प: दूध, दही, पनीरप्लांट-बेस्ड विकल्प: रागी, तिल, चिया सीड्स, पालकफोर्टिफाइड फूड्स: कैल्शियम युक्त दूध या अनाज
- 🔸 सप्लीमेंट्स लें – यदि डॉक्टर सलाह दें
- 🔸 नियमित चेकअप कराएं – Vitamin D, Calcium और Bone Density टेस्ट
डॉक्टरों की सलाह क्या कहती है What Do Doctors Recommend for Pregnant Women
प्रेग्नेंट महिलाओं को रोज़ाना कम से कम 1000 mg कैल्शियम और 600 IU विटामिन D की ज़रूरत होती है। यदि महिला किशोर है या जुड़वां बच्चों की मां बनने जा रही हो, तो यह मात्रा और भी ज़्यादा हो सकती है।” – डॉ. रश्मि अरोड़ा, गायनेकॉलजिस्ट
प्रेगनेंसी में कैल्शियम की कमी के लक्षण Signs of Calcium Deficiency During Pregnancy

- पैरों या कमर में अकड़न या दर्द
- नाखूनों का जल्दी टूटना
- बार-बार दांतों में दर्द
- थकान, चिड़चिड़ापन
- हाथ-पैरों में झनझनाहट
यदि ये लक्षण लगातार दिखाई दें तो डॉक्टर से संपर्क अवश्य करें।
मां की मज़बूती से ही बच्चे का भविष्य जुड़ा है A Strong Mother Builds a Strong Future for Her Baby
मां की पोषण स्थिति बच्चे की हड्डियों की नींव तय करती है। यदि मां का कैल्शियम इनटेक कम है, तो बच्चे की हड्डियों और दांतों के विकास में बाधा आ सकती है।
निष्कर्ष: मजबूत मां = स्वस्थ बच्चा
गर्भावस्था में हड्डियों की देखभाल कोई विकल्प नहीं, बल्कि एक ज़रूरत है। कैल्शियम, फॉस्फोरस, विटामिन D और मैग्नीशियम — इन सभी का सही संतुलन ही आपको देगा मजबूत शरीर और आपके शिशु को देगा हेल्दी स्टार्ट।
तो आज से ही बनाएं अपनी डाइट हड्डी-मज़बूत! Healthy Mom, Happy Baby!
डिस्क्लेमर
इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। Dr You भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।