अगर इन बीजों को रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट खाया जाए तो ये शरीर को जबरदस्त एनर्जी, रोग प्रतिरोधक क्षमता और अंदर से मजबूती देने का काम करते हैं. आइए जानते हैं कौन-से हैं ये बीज और क्यों ये हर मेवे से बेहतर साबित होते हैं
ड्राई फ्रूट्स नहीं, रोज सुबह खाली पेट खाएं ये 4 भिगोए हुए बीज – मिलेंगे जबरदस्त फायदे
1. चिया सीड्स – ऊर्जा का प्राकृतिक स्रोत और वजन घटाने में मददगार
चिया बीज को “सुपरफूड” का दर्जा इसलिए मिला है क्योंकि इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम और आयरन की भरपूर मात्रा होती है। जब चिया सीड्स को रातभर पानी में भिगोया जाता है, तो वे जेल जैसी टेक्सचर बना लेते हैं, जो पेट में धीरे-धीरे पचता है और लंबे समय तक भूख नहीं लगने देता। यह भूख को नियंत्रित करता है और ओवरईटिंग से बचाता है।
सुबह खाली पेट भिगोए हुए चिया बीज का सेवन करने से न केवल वजन नियंत्रित रहता है, बल्कि शरीर डिटॉक्स भी होता है। चिया बीज पाचन क्रिया को सुधारते हैं, मेटाबॉलिज्म बढ़ाते हैं और कब्ज की समस्या में भी राहत देते हैं। साथ ही ये हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक कैल्शियम का भी बढ़िया स्रोत हैं।
यह बीज खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो शाकाहारी हैं और डेयरी से परहेज करते हैं। सुबह का दिन अगर चिया सीड्स से शुरू किया जाए, तो शरीर को एक ठोस, संतुलित और लंबी अवधि की ऊर्जा मिलती है।
2. अलसी के बीज – हार्मोन संतुलन और हृदय के लिए अमृत समान

अलसी (Flax Seeds) को आयुर्वेद में स्त्रियों के स्वास्थ्य के लिए विशेष रूप से लाभकारी माना गया है। इसमें पाया जाने वाला लिगनेन नामक तत्व महिलाओं के हार्मोन संतुलन को बनाए रखने में सहायक होता है। यह विशेष रूप से पीसीओडी, पीसीओएस जैसी समस्याओं से जूझ रहीं महिलाओं के लिए उपयोगी माना जाता है।
इसके अलावा अलसी में उच्च मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है, धमनियों में ब्लॉकेज बनने से रोकता है और सूजन को कम करता है।
भिगोई हुई अलसी कब्ज को दूर करने में सहायक होती है, क्योंकि इसमें घुलनशील फाइबर होता है जो पाचन में सहायता करता है। यह आंतों को क्लीन करता है और शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालता है।
हर सुबह खाली पेट एक चम्मच भीगी हुई अलसी खाने से शरीर में भीतर से मजबूती आती है, खासकर महिलाओं को हार्मोनल संतुलन और त्वचा-संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है।
3. कद्दू के बीज – मानसिक शांति, मांसपेशियों की मजबूती और बेहतर नींद

कद्दू के बीज (Pumpkin Seeds) में पाए जाने वाले जिंक, मैग्नीशियम और हेल्दी फैट्स इन्हें एक सम्पूर्ण पोषण युक्त बीज बनाते हैं। विशेष बात यह है कि ये बीज मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी कारगर हैं। अगर आप मानसिक थकान, अनिद्रा या तनाव से परेशान हैं, तो कद्दू के बीज आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
जिंक मस्तिष्क की क्रियाशीलता को बेहतर बनाता है और एकाग्रता को मजबूत करता है। मैग्नीशियम नसों को शांत करता है, जिससे नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। वहीं, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स मांसपेशियों की मरम्मत और निर्माण में सहायक होते हैं, जिससे थकान कम होती है और शरीर ऊर्जावान महसूस करता है।
भिगोए हुए कद्दू के बीजों का रोज सुबह सेवन करने से आप मानसिक और शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय महसूस करेंगे। यह बीज इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है और शरीर को सूक्ष्म पोषक तत्वों की पूरी खुराक देता है। यह व्यस्त दिनचर्या में ऊर्जा और संतुलन लाने वाला शक्तिशाली प्राकृतिक विकल्प है।
4. सूरजमुखी के बीज – त्वचा, बाल और इम्यूनिटी के लिए वरदान

सूरजमुखी के बीज (Sunflower Seeds) को अगर भिगोकर रोज सुबह खाली पेट खाया जाए, तो यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कई गुना बढ़ा देता है। इसमें मौजूद विटामिन E और सेलेनियम त्वचा की कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं, जिससे त्वचा में निखार आता है और उम्र बढ़ने के लक्षण धीरे होते हैं।
विटामिन E बालों के लिए भी आवश्यक है – यह स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है जिससे बाल मजबूत और चमकदार बनते हैं। वहीं, सेलेनियम इम्यून सिस्टम को एक्टिव करता है, जिससे शरीर संक्रमण से लड़ने में सक्षम होता है।
सूरजमुखी के बीज उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद हैं जिन्हें बार-बार सर्दी-जुकाम या स्किन की समस्याएं होती हैं। साथ ही, ये बीज हार्मोन बैलेंस में भी योगदान देते हैं, जिससे थकावट और मूड स्विंग्स जैसी समस्याएं कम हो सकती हैं।
इसलिए सूरजमुखी के बीजों को अपनी सुबह की आदत बनाएं – और महसूस करें ग्लोइंग स्किन, घने बाल और मजबूत इम्यूनिटी का फर्क।
सेवन का सही तरीका – कैसे और कितना लें

भीगे हुए बीजों का अधिकतम लाभ लेने के लिए इनका सेवन सही मात्रा और समय पर करना बेहद जरूरी है। रात में सोने से पहले 1-2 चम्मच (अलग-अलग या मिश्रित) बीज एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह खाली पेट इन्हें चबाकर खाएं या चाहे तो पानी के साथ पी लें।
आप इन्हें सीधे खा सकते हैं या दही, स्मूदी, ओट्स या जूस में मिलाकर ले सकते हैं। हफ्ते में कम से कम 5 दिन नियमित सेवन करें। ध्यान रखें कि मात्रा सीमित रखें क्योंकि बीजों में फैट्स भी होते हैं – अधिक सेवन से वजन बढ़ सकता है।
गर्भवती महिलाएं या कोई विशेष स्वास्थ्य समस्या वाले लोग डॉक्टर की सलाह से सेवन करें।
निष्कर्ष
ड्राई फ्रूट्स भले ही लोकप्रिय हों, लेकिन भिगोए हुए बीज पोषण, ऊर्जा और सेहत के मामले में उनसे कहीं बेहतर साबित होते हैं। ये बीज शरीर को भीतर से स्वस्थ, ऊर्जावान और संतुलित बनाते हैं। तो अगली बार बादाम और काजू से पहले चिया, अलसी, कद्दू और सूरजमुखी के बीज आज़माएं – और फर्क खुद महसूस करें।
डिस्क्लेमर
इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। Dr You भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।