Harmful Bacteria In Kitchen Sponges: बर्तन धोने वाला स्पंज है बेहद खतरनाक, उसे ऐसे करें साफ और इतने दिन में बदलें


1. रसोई के स्पंज में छिपे खतरनाक बैक्टीरिया

आपकी रसोई की सफाई का जिम्मा उठाने वाला बर्तन धोने वाला स्पंज वास्तव में खुद गंदगी का घर बन सकता है। रिसर्च के मुताबिक, रसोई के स्पंज में टॉयलेट सीट से भी ज़्यादा बैक्टीरिया होते हैं। जब हम गंदे बर्तन धोते हैं, तो उसमें बचे खाने के कण और नमी स्पंज में जमा हो जाते हैं।रसोई में रोजाना इस्तेमाल होने वाला छोटा सा स्पंज, जो हमें बर्तन साफ करने में मदद करता है, दरअसल आपकी सेहत के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। गीला और नम होने के कारण यह स्पंज बैक्टीरिया और वायरस के लिए पनाहगाह बन जाता है, जो आपकी और आपके परिवार की सेहत को प्रभावित कर सकता है। आइए जानें क्यों बर्तन धोने वाला यह साधन हो सकता है खतरनाक और इसे साफ-सुथरा रखने के क्या आसान उपाय हैं।


2. गंदा स्पंज आपकी सेहत को कैसे कर सकता है नुकसान

स्पंज की सतह पर जमा बैक्टीरिया केवल बर्तनों तक ही सीमित नहीं रहते। जब आप उसी स्पंज से प्लेट, चम्मच, किचन काउंटर या यहां तक कि बच्चे की बोतलें धोते हैं, तो ये बैक्टीरिया अन्य सतहों पर भी फैल जाते हैं। इससे खाद्य विषाक्तता का खतरा बढ़ जाता है। स्पंज हमेशा गीला और नम रहता है, जिससे इसमें बैक्टीरिया तेजी से पनपने लगते हैं. जब आप इसे बार-बार बर्तन धोने के लिए इस्तेमाल करते हैं, तो ये बैक्टीरिया स्पंज के छोटे-छोटे छिद्रों में जमा हो जाते हैं.

फफूंद और बदबू:
अगर स्पंज को लंबे समय तक नहीं बदला जाए तो उसमें फफूंद और दुर्गंध पैदा हो सकती है, जो बर्तनों को साफ करने की जगह उन्हें और गंदा कर सकती है.

ई.कोलाई और साल्मोनेला का खतरा:
गंदे स्पंज में ई.कोलाई और साल्मोनेला जैसे हानिकारक बैक्टीरिया पैदा हो सकते हैं, जो फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकते हैं.


3. कितने दिन में बदलना चाहिए बर्तन धोने वाला स्पंज?

विशेषज्ञों के अनुसार, किचन स्पंज को 7 से 10 दिन तक ही इस्तेमाल करना चाहिए.

हर हफ्ते स्पंज बदलें: हफ्तेभर में स्पंज बैक्टीरिया से भर जाता है, इसलिए इसे समय-समय पर बदलना जरूरी है.


4. बर्तन धोने वाले स्पंज को कैसे करें साफ?

गर्म पानी में धोना: यदि आप रोजाना स्पंज का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो इसे गर्म पानी और सिरके में भिगोकर साफ करें. इससे बैक्टीरिया का असर कम हो जाता है

  • माइक्रोवेव करें: स्पंज को गीला करके 1 मिनट तक माइक्रोवेव में रखें। इससे बैक्टीरिया 99% तक नष्ट हो जाते हैं।
  • डिशवॉशर में धोना: स्पंज को डिशवॉशर की सबसे गर्म साइकिल में धोएं।
  • ब्लीच सोल्यूशन में भिगोना: 1 भाग ब्लीच और 9 भाग पानी का घोल बनाकर स्पंज को 5 मिनट तक इसमें भिगोएं।

ध्यान रखें, साफ करने के बाद स्पंज को खुले में पूरी तरह सुखाएं। गीला स्पंज बैक्टीरिया को फिर से बढ़ने का मौका देता है।


5. स्पंज के बजाय इन विकल्पों को अपनाएं

अगर आप स्पंज की जगह कुछ ज्यादा हाइजीनिक विकल्प चाहते हैं, तो नीचे दिए गए ऑप्शन को ज़रूर आजमाएं:

  • सिलिकॉन स्क्रबर: यह बैक्टीरिया प्रतिरोधी होता है और इसे धोना आसान होता है। इसकी उम्र भी स्पंज से ज्यादा होती है।
  • ब्रश विद हैंडल: ब्रश को पकड़े बिना सफाई की जा सकती है, जिससे हाथों में बैक्टीरिया नहीं लगता।
  • डिस्पोजेबल स्क्रब पैड्स: यह एक बार उपयोग के लिए होते हैं, जिससे संक्रमण की संभावना नहीं रहती।
  • माइक्रोफाइबर क्लॉथ: यह सतह को बिना खरोंच पहुंचाए साफ करता है और आसानी से धोकर दोबारा उपयोग किया जा सकता है।

इन विकल्पों को अपनाने से आपकी रसोई ज्यादा स्वच्छ और स्वास्थ्यप्रद बन सकती है।


6. स्पंज को सूखा और साफ रखने के टिप्स

साफ स्पंज भी तब तक सुरक्षित नहीं होता, जब तक उसे ठीक से सुखाया न जाए। स्पंज की नमी बैक्टीरिया के लिए उर्वर भूमि है। इसलिए स्पंज को हर बार इस्तेमाल के बाद पूरी तरह से निचोड़ कर उसे खड़ी स्थिति में रखें ताकि वह जल्दी सूख सके। कोशिश करें कि स्पंज किचन स्लैब या सिंक के पास लगातार गीले स्थान पर न रखा जाए। आप चाहें तो स्पंज होल्डर में रखें जो हवा पास होने देता है। दिन में 1-2 बार इसे धूप में रखना भी अच्छा उपाय है। अगर धूप नहीं है तो एयर ड्रायर या एग्जॉस्ट फैन की हवा में सुखा सकते हैं। यह आदत आपको स्पंज से होने वाले संक्रमण से बचा सकती है।


7. रसोई स्वच्छता में छोटी लापरवाही से बड़ा खतरा

रसोई घर वह स्थान है जहां से हमारे परिवार के स्वास्थ्य की शुरुआत होती है। यहां की छोटी सी लापरवाही भी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। स्पंज की साफ-सफाई को हल्के में लेना, एक ऐसी गलती है जो कई बीमारियों को न्योता देती है। हम अक्सर सोचते हैं कि जब हम बर्तन धो रहे हैं, तो वो साफ ही हो रहे हैं, लेकिन गंदे स्पंज से धोने पर बर्तन और ज्यादा संक्रमित हो सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि हम रसोई स्वच्छता को प्राथमिकता दें, और स्पंज जैसी छोटी चीजों पर भी ध्यान दें। स्वच्छ रसोई से ही स्वस्थ जीवन की नींव रखी जा सकती है।


निष्कर्ष (Conclusion)

बर्तन धोने वाला स्पंज जितना काम का है, उतना ही खतरनाक भी हो सकता है अगर उसकी साफ-सफाई और समय पर बदलाव का ध्यान न रखा जाए। हर 7-14 दिन में स्पंज को बदलना, सही तरीके से धोना और सुखाना एक आदर्श रसोई स्वच्छता का हिस्सा होना चाहिए। साथ ही, यदि संभव हो तो हाइजीनिक विकल्पों का चुनाव करना भी बेहतर रहेगा। याद रखें, रसोई की सफाई में आपकी सतर्कता ही पूरे परिवार के स्वास्थ्य की रक्षा करती है।


डिस्क्लेमर

इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। Dr You भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।

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