हर धड़कन है कीमती – समय रहते पहचानें हृदय रोग के संकेत

क्या रोज़ाना वॉक करना सच में दिल की बीमारी से बचा सकता है? जानिए मेडिकल साइंस और डॉक्टर्स की राय
Can Daily Walking Really Prevent Heart Disease? What Science and Experts Say

हृदय रोग – अब उम्र का नहीं, आदतों का मामला है

पहले माना जाता था कि दिल की बीमारी केवल बुज़ुर्गों को होती है. लेकिन अब यह मिथक टूट चुका है. आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी, अनियमित दिनचर्या, खराब खान-पान और मानसिक तनाव ने युवाओं को भी हृदय रोगों की चपेट में ला दिया है. हार्ट अटैक के मामले 30 से 40 की उम्र वालों में भी तेजी से बढ़े हैं
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या कोई सस्ती, सरल और प्रभावी आदत ऐसी हो सकती है जो इस खतरनाक बीमारी से बचा सके जवाब है – हां, और वह है रोज़ाना वॉक करना
वॉकिंग क्यों मानी जाती है

नेचुरल कार्डियो थैरेपी

पैदल चलना न तो जिम जैसा खर्चीला है, न ही किसी दवा जैसा साइड इफेक्ट देने वाला यह एक ऐसा व्यायाम है जो हर उम्र के व्यक्ति को बिना किसी उपकरण के किया जा सकता है
डॉ संजय भोजराज (Interventional Cardiologist) बताते हैं “रोज़ 20 से 30 मिनट तेज़ चलने से दिल की धमनियां मजबूत होती हैं, रक्तचाप नियंत्रित रहता है और कोलेस्ट्रॉल बैलेंस में आता है. इससे दिल पर दबाव घटता है और अचानक हार्ट फेल या अटैक की संभावना भी कम होती है

रिसर्च क्या कहती है वैज्ञानिक तथ्यों पर एक नज़र

Harvard Medical School के शोध में पाया गया कि

  • खाने के 15–20 मिनट बाद की गई हल्की वॉक ब्लड शुगर को नियंत्रित करती है
  • यह आदत खासकर डायबिटीज़ और प्री-डायबिटिक लोगों के लिए फायदेमंद है
    Journal of the American Medical Association (JAMA) की रिपोर्ट बताती है
  • दिन में 7000 से 10000 कदम चलने वाले लोगों में हृदय रोगों और उससे होने वाली मौतों का खतरा लगभग 50 प्रतिशत तक कम पाया गया
  • नियमित वॉकिंग हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल और टाइप 2 डायबिटीज़ को भी बेहतर तरीके से कंट्रोल करती है

पैदल चलने से दिल को मिलते हैं ये 9 जबरदस्त फायदे

  1. ब्लड प्रेशर संतुलित रहता है – नसों की सिकुड़न घटती है, रक्त प्रवाह सहज होता है
  2. कोलेस्ट्रॉल बैलेंस में रहता है – बैड कोलेस्ट्रॉल घटता है, गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है
  3. दिल की धड़कन सामान्य रहती है – हृदय बेहतर तरीके से ऑक्सीजन पंप करता है
  4. तनाव कम होता है – एंडॉर्फिन हार्मोन का स्राव होता है जो मानसिक सुकून देता है
  5. डिप्रेशन से राहत मिलती है – हल्का व्यायाम मूड को बेहतर बनाता है
  6. वजन नियंत्रित रहता है – मोटापा, जो हार्ट डिजीज की जड़ है, धीरे-धीरे कम होता है
  7. ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है – इससे डायबिटीज़ की स्थिति सुधरती है
  8. नींद बेहतर होती है – अच्छी नींद भी दिल के लिए फायदेमंद है
  9. जीवनशैली में अनुशासन आता है – नियमितता आपके स्वास्थ्य को लंबे समय तक बनाए रखती है

कब और कैसे करें वॉक

  • सुबह का समय सबसे अच्छा माना जाता है लेकिन दिन में कभी भी वॉक की जा सकती है
  • खाने के बाद 15–20 मिनट की धीमी वॉक शुगर लेवल के लिए फायदेमंद होती है
  • तेज़ चलना बेहतर माना जाता है लेकिन शुरुआती लोग सामान्य चाल से भी शुरू कर सकते हैं
  • सप्ताह में कम से कम 5 दिन, हर दिन कम से कम 30 मिनट पैदल चलना चाहिए
  • मोबाइल में स्टेप काउंटर या फिटनेस बैंड से रोज़ के कदम गिनना आपकी आदत बनाने में मदद कर सकता है

कब न करें वॉक या डॉक्टर से सलाह लें

  • अगर आप हृदय रोग के मरीज़ हैं
  • पहले से हाइपरटेंशन, डिप्रेशन, या क्रोनिक बीमारी से जूझ रहे हैं
  • अचानक सीने में दर्द, चक्कर या थकान महसूस होती है तो किसी भी एक्सरसाइज से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है

आपका पहला कदम कब होगा

आपकी सेहत आपके हाथ में है. दिल की सुरक्षा कोई बहुत महंगी चीज़ नहीं है बस 30 मिनट की रोजाना वॉकिंग, और आप आधे से ज्यादा खतरे से बच सकते हैं आपके पास ना जिम की ज़रूरत है, ना किसी ट्रेनर की. बस खुद से एक वादा करें – आज से चलना शुरू करूंगा

नोट

यह लेख डॉक्टरों की राय, मेडिकल रिसर्च और प्रमाणिक स्रोतों के आधार पर लिखा गया है. यह किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं है. किसी भी स्वास्थ्य योजना को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें

डिस्क्लेमर

इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। Dr You भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।

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