मानसून का मौसम ठंडक, राहत और हरियाली लेकर आता है, लेकिन यह मौसम डायबिटिक (शुगर के रोगियों) के लिए बहुत सी स्वास्थ्य चुनौतियाँ भी पैदा करता है। नमी, बैक्टीरिया की वृद्धि, मौसमी फल, कम फिजिकल एक्टिविटी और बदलती दिनचर्या के कारण ब्लड शुगर लेवल असंतुलित हो सकता है। यदि सावधानी न बरती जाए, तो यह स्थिति खतरनाक हो सकती है।
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि कैसे आप मानसून के दौरान अपने ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रख सकते हैं — खानपान, दिनचर्या, घरेलू उपाय और डॉक्टर की सलाह के माध्यम से।

टॉप 10 कारण क्यों मानसून डायबिटिक रोगियों के लिए जोखिम भरा होता है
- नमी के कारण पसीना अधिक आता है – जिससे डिहाइड्रेशन हो सकता है
- त्वचा पर फंगल/बैक्टीरियल संक्रमण की संभावना
- पैरों में घाव जल्दी नहीं भरते
- लोग कम एक्टिव हो जाते हैं – व्यायाम छूट जाता है
- भूख बढ़ती है – और जंक फूड की क्रेविंग बढ़ती है
- मानसूनी फल मीठे होते हैं – जिससे शुगर लेवल बिगड़ता है
- मौसम की वजह से नींद और दिनचर्या में बदलाव
- इंसुलिन का असर शरीर में बदल सकता है
- संक्रमण से शरीर की इम्यूनिटी और शुगर कंट्रोल दोनों पर असर
- पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है – जिससे ब्लड शुगर प्रभावित होता है
1. खानपान का ध्यान रखें (Monsoon Diabetic Diet Tips)
क्या खाएं
- दलिया, ओट्स, मल्टीग्रेन रोटी
- मूंग, चना, अरहर की दाल
- भाप में पकी सब्जियाँ (गाजर, लौकी, टिंडा)
- लो GI फल: जामुन, अमरूद, नाशपाती, कीवी
- मेथी दाना, चिया सीड्स
- नींबू पानी (बिना शक्कर), नारियल पानी
- दही (कम मात्रा में, लंच में)
क्या न खाएं
- तले-भुने पकौड़े, समोसे
- मैदे के उत्पाद: ब्रेड, नूडल्स
- मीठे फल जैसे लीची, आम, चीकू
- मिठाइयाँ, बेकरी आइटम
- पैकेज्ड फ्रूट जूस, कोल्ड ड्रिंक
- बहुत अधिक चाय/कॉफी
हेल्दी स्नैक्स ऑप्शन
- भुनी चना
- रोस्टेड मखाने
- मूंग स्प्राउट्स
- लौकी का सूप
- स्टीम इडली (बिना चटनी)
2. फल और सब्जियों का सही चयन

मानसून में बहुत से मौसमी फल मिलते हैं जिनमें शुगर कंटेंट अधिक होता है। डायबिटिक रोगियों को लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Low GI) वाले फल और सब्जियाँ ही खानी चाहिए।
फलों की लिस्ट
खाने योग्य | बचें |
---|---|
जामुन | आम |
अमरूद | लीची |
कीवी | अंगूर |
नाशपाती | केला |
संतरा (थोड़ी मात्रा में) | चीकू |
3. फिजिकल एक्टिविटी बनाए रखें
बारिश के कारण बाहर वॉक या योग करना मुश्किल होता है। लेकिन डायबिटिक मरीजों के लिए एक्टिव रहना बेहद ज़रूरी है।
घर के अंदर आसान एक्सरसाइज
- 20 मिनट घर में वॉक करें (सीढ़ियाँ, कॉरिडोर)
- 10 मिनट स्ट्रेचिंग
- 15 मिनट योग: वज्रासन, भुजंगासन, पवनमुक्तासन
- 5 मिनट प्राणायाम: अनुलोम-विलोम, कपालभाति
ध्यान दें: खाली पेट भारी व्यायाम न करें।
4. नींद और तनाव का सीधा असर ब्लड शुगर पर
तनाव क्यों बढ़ता है मानसून में

- लगातार घर में रहना
- कम धूप मिलना
- आलस, उदासी और असहजता
- नींद की कमी
समाधान
- दिनचर्या तय करें
- समय पर सोना और जागना
- शाम को खिड़की के पास बैठें, हल्की धूप लें
- दिन में 15 मिनट ध्यान करें
- मोबाइल/टीवी की स्क्रीन टाइम सीमित करें
5. पैरों और त्वचा की देखभाल
डायबिटीज में छोटे घाव भी फंगल इंफेक्शन में बदल सकते हैं। मानसून में नमी और गंदगी से त्वचा समस्याएं और बढ़ जाती हैं।
देखभाल कैसे करें
- रोज़ाना पैरों को धोकर सूखा रखें
- कॉटन के मोज़े पहनें
- हर 2 दिन में नेल कटिंग करें
- साबुन के बाद मॉइस्चराइजर लगाएं
- कोई कट या खरोंच हो तो तुरंत एंटीसेप्टिक लगाएं
6. हाइड्रेशन बनाए रखें
मानसून में प्यास कम लगती है लेकिन शरीर को पानी की जरूरत उतनी ही होती है।
डिहाइड्रेशन से ब्लड शुगर बढ़ सकता है।
क्या पिएं
- 2.5–3 लीटर पानी
- नारियल पानी (फ्रेश)
- जीरा पानी
- नींबू पानी (बिना नमक/शक्कर)
क्या न पिएं
- कोल्ड ड्रिंक
- पैकेज्ड जूस
- बहुत ज्यादा चाय/कॉफी
7. असरदार घरेलू उपाय

कुछ आयुर्वेदिक और घरेलू चीज़ें शुगर कंट्रोल में बेहद मददगार हैं।
उपाय | कैसे करें |
---|---|
मेथी दाना | रातभर भिगोकर सुबह खाएं |
करेला जूस | हफ्ते में 3 बार |
जामुन बीज पाउडर | 1 चम्मच गुनगुने पानी के साथ |
त्रिफला चूर्ण | रात में सोने से पहले |
नीम के पत्ते | सुबह खाली पेट 4–5 पत्ते चबाएं |
8. ब्लड शुगर लेवल की मॉनिटरिंग
मानसून में शरीर का मेटाबॉलिज्म बदल जाता है। ऐसे में इंसुलिन की कार्यप्रणाली पर भी असर पड़ता है।
इसलिए सप्ताह में कम से कम 3 बार ब्लड शुगर चेक करें:
खाली पेट (Fasting)
खाने के 2 घंटे बाद (PP)
अगर लेवल में उतार-चढ़ाव हो रहा हो, तो डॉक्टर से संपर्क करें।
9. दवाओं और इंसुलिन का सही उपयोग

मानसून में दवाओं की कार्यप्रणाली और स्टोरेज पर भी ध्यान देना ज़रूरी है:
- इंसुलिन को फ्रिज में रखें
- दवाओं को सील बंद डब्बे में रखें
- कोई साइड इफेक्ट दिखे तो डॉक्टर से बात करें
- पुरानी दवाओं की एक्सपायरी डेट चेक करें
10. मानसून डाइट प्लान (Diabetes Friendly Routine)
सुबह
- 1 गिलास गुनगुना पानी + नींबू
- 1 चम्मच मेथी पानी
- 30 मिनट वॉक/योग
नाश्ता
- दलिया / ओट्स + 5 बादाम
- 1 कप ग्रीन टी
मिड-मॉर्निंग
- 1 जामुन या अमरूद
- नारियल पानी
दोपहर
- 2 मल्टीग्रेन रोटी
- लौकी/तोरी की सब्जी
- मूंग दाल
- ककड़ी का सलाद
शाम
- 1 कप ग्रीन टी
- 1 मुठ्ठी मखाने / भुना चना
रात
- 1 कटोरी दाल + 1 रोटी
- टिंडा/परवल जैसी हल्की सब्जी
- नींबू पानी
निष्कर्ष
मानसून के मौसम में ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखना एक सतत प्रक्रिया है। इसके लिए जरूरी है कि आप खानपान, व्यायाम, नींद, मानसिक स्थिति और दवाओं का पूरा ध्यान रखें।
थोड़े से बदलाव और जागरूकता के साथ आप इस खूबसूरत मौसम का आनंद उठा सकते हैं — बिना ब्लड शुगर की चिंता किए।
डिस्क्लेमर
इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। Dr You भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।