नाभि में तेल डालने की परंपरा: क्यों और कैसे
आपने अक्सर अपनी दादी-नानी को शरीर से जुड़ी छोड़ी-बड़ी परेशानियों से निजात पाने के लिए नाभि में तेल लगाने की सलाह देते हुए सुना होगा. आयुर्वेद में इसे ‘नाभि चिकित्सा’ या ‘पेचोटी विधि’ कहा जाता है. यह एक बहुत पुरानी और असरदार पद्धति है, जिसमें नाभि में कुछ बूंदें तेल डालकर हल्की मालिश की जाती है. आयुर्वेद के मुताबिक, नाभि हमारे शरीर का एक ऐसा पॉइंट है, जो शरीर की 72,000 नाड़ियों से जुड़ा होता है. ऐसे में आइए जानते हैं नाभि में तेल डालने से क्या होता है.
21 दिनों तक नाभि में तेल डालने के 10 जबरदस्त फायदे
1. चेहरे की चमक और त्वचा में निखार
नाभि में नारियल, बादाम या नीम का तेल डालने से त्वचा में प्राकृतिक चमक आती है। यह मुंहासे, ड्राईनेस और ब्लैकहेड्स को भी दूर करता है।
2. पाचन तंत्र को सुधारता है
सरसों या अजवाइन का तेल पाचन में सुधार करता है। गैस, एसिडिटी, कब्ज जैसी समस्याएं धीरे-धीरे दूर होने लगती हैं।
3. हार्मोन संतुलन में मददगार
नाभि में घृतकुमारी या तिल का तेल डालने से हार्मोनल असंतुलन दूर होता है, खासकर महिलाओं को मासिक धर्म संबंधी परेशानियों में लाभ होता है।
4. मानसिक शांति और बेहतर नींद
नाभि में ब्राह्मी तेल या नारियल तेल डालने से तनाव दूर होता है और नींद अच्छी आती है। यह दिमाग को ठंडक पहुंचाता है।
5. जोड़ों और हड्डियों को मजबूती
नाभि में तिल का तेल डालना हड्डियों को पोषण देता है, और पुराने जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है।
6. प्रजनन शक्ति में वृद्धि
यह पुरुषों और महिलाओं दोनों की प्रजनन क्षमता में सुधार करता है। तिल और नारियल तेल इस काम में कारगर हैं।
7. बालों की ग्रोथ और झड़ना कम करता है
बादाम या नारियल तेल से नाभि में मालिश करने से बालों का गिरना रुकता है और ग्रोथ बेहतर होती है।
8. फटे होंठ और ड्राई स्किन का इलाज
नाभि में तेल डालना शरीर की अंदरूनी ड्राईनेस को दूर करता है। फटे होंठ, ड्राई स्किन और खुजली से राहत मिलती है।
9. आंखों की रोशनी बढ़ाता है
घी या ब्राह्मी तेल से नाभि में मालिश करने से आंखों की रोशनी में सुधार आता है। यह आंखों की थकावट और जलन भी कम करता है।
10. डिटॉक्स और रोग प्रतिरोधक शक्ति
तेल डालने से शरीर में जमे विषैले तत्व बाहर निकलते हैं और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
नाभि में कौन सा तेल डालना चाहिए? (Best Oils for Navel Therapy)
1. तिल का तेल (Sesame Oil)

प्राकृतिक गुण: गर्म, सूखापन दूर करने वाला, गहराई तक पहुंचने वाला
पोषक तत्व:
- विटामिन E (एंटीऑक्सीडेंट)
- ओमेगा-6 फैटी एसिड
- सेसामोलिन व सेसामिन (एंटी-इंफ्लेमेटरी)
- आयरन, जिंक, कैल्शियम (Trace absorption via skin)
2. नारियल तेल (Coconut Oil)

प्राकृतिक गुण: शीतलता देने वाला, त्वचा को नमी देने वाला
पोषक तत्व:
- लॉरिक एसिड (Lauric Acid) – एंटीबैक्टीरियल
- विटामिन E
- फैटी एसिड (Caprylic, Capric Acid)
- ट्राइग्लिसराइड्स
3. बादाम तेल (Almond Oil)

प्राकृतिक गुण: पोषणकारी, त्वचा को मुलायम बनाने वाला
पोषक तत्व:
- विटामिन A, E, D, और K
- ओमेगा-9 फैटी एसिड (Oleic acid)
- फाइटोस्टेरॉल
- मैग्नीशियम (trace levels)
4. घी (Cow Ghee)

प्राकृतिक गुण: त्रिदोष नाशक, गहरी पोषण शक्ति
पोषक तत्व:
- विटामिन A, D, E, K
- ब्यूटिरिक एसिड (Gut healing)
- ओमेगा-3 फैटी एसिड
5. सरसों का तेल (Mustard Oil)

प्राकृतिक गुण: गर्म, उत्तेजक, दर्द निवारक
पोषक तत्व:
- अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA – ओमेगा-3)
- विटामिन E
- बीटा-कैरोटीन
- सेलेनियम (trace)
6. ब्राह्मी तेल (Brahmi Oil – Usually in Sesame base)

प्राकृतिक गुण: मानसिक शांति, मस्तिष्क पोषण
पोषक तत्व:
माइल्ड विटामिन्स व मिनरल्स
ब्राह्मी अर्क (Bacosides – nootropic compounds)
सेसमे ऑयल के सभी पोषक तत्व
कैसे करें नाभि में तेल डालने की प्रक्रिया? (Step-by-Step Guide)
- सोने से पहले नाभि और उसके आसपास की त्वचा को साफ करें।
- चुने गए तेल को थोड़ा गुनगुना करें।
- ड्रॉपर या उंगली से 3-5 बूंदें नाभि में डालें।
- हल्के हाथ से घड़ी की दिशा में मसाज करें।
- रातभर ऐसे ही छोड़ दें।
- इसे लगातार 21 दिनों तक करें।
सावधानियां और जरूरी बातें
- तेल शुद्ध और आयुर्वेदिक होना चाहिए।
- त्वचा में एलर्जी हो तो पहले पैच टेस्ट करें।
- गर्भवती महिलाएं डॉक्टर से सलाह लें।
- बहुत अधिक मात्रा में तेल न डालें – 3-5 बूंदें पर्याप्त हैं।
निष्कर्ष: 21 दिन का एक अद्भुत सफर
नाभि में तेल डालना कोई तात्कालिक उपाय नहीं, बल्कि यह धीरे-धीरे शरीर को संतुलित और स्वस्थ बनाने की कला है। जब आप 21 दिनों तक इस प्रक्रिया को अपनाते हैं, तो न सिर्फ आपकी त्वचा और बाल बेहतर होते हैं, बल्कि आंतरिक रूप से आप अधिक ऊर्जा, संतुलन और शांति महसूस करते हैं।
यह एक सरल लेकिन गहरा प्रभाव छोड़ने वाला आयुर्वेदिक रहस्य है, जिसे हर व्यक्ति अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकता है – बिना किसी खर्चे या साइड इफेक्ट के।
डिस्क्लेमर
इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। Dr You भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।